गीत - पी. सावळाराम
संगीत - पं. हृदयनाथ मंगेशकर
स्वर - उषा मंगेशकर, कृष्णा कल्ले
चित्रपट - धर्मकन्या (१९६८)
गोड गोजरी, लाज लाजरी ताईच होणार नवरी
फुलाफुलांच्या बांधुन माळा मंडप घाला ग दारी
करकमलाच्या देठावरती चुडा पाचुचा वाजे
हळदीहुनही पिवळा बाई रंग तुला तो साजे
अंगणी फुगडी नाचे,
रूप पाहुनी तुझे, साद घाली मणी मंगळ सरी
भरजरीचा शालू नेसुनी, जाई, ताई आमुची गौरी
लग्न-मंडपी तिच्या समोरी, उभी तिकडची स्वारी
अंतरपाट धरी, शिवा पार्वती वरी, लाडकी ही जाई ताई दुरी
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भरजरी ग पितांबर दिला फाडून ..
चित्रपट : शामची आई
चित्रपट : शामची आई
मी तुझा मामा दे मला मुका
प प पतंग आभाळात उडे
ढ ढ ढगांत चांदोमामा दडे
घ घ घड्याळ, थ थ थवा
बाळ जरि खट्याळ, तरि मला हवा
ह ह हम्मा गोड दूध देते
च च चिऊ अंगणात येते
भ भ भटजी, स स ससा
मांडिवर बसा नि खुदकन हसा
क क कमळ पाण्यावर डुले
ब ब बदक तुरुतुरु चाले
ग ग गाडी झुक झुक जाई
बाळ माझे कसे गोड गाणे गाई
गीत - मधुसूदन कालेलकर
संगीत - राम कदम
स्वर - मन्ना डे
चित्रपट - एक धागा सुखाचा (१९६०)
http://www.youtube.com/watch?v=Q-bh3Q3qFEk&feature=endscreen
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कबिराचे विणतो शेले, कौसल्येचा राम
भाबड्या या भक्तासाठी, देव करी काम !
एक एकतारी हाती, भक्त गाई गीत
एक एक धागा जोडी, जानकिचा नाथ
राजा घनःश्याम !
दास रामनामी रंगे, राम होइ दास
एक एक धागा गुंते, रूप ये पटास
राजा घनःश्याम !
विणुन सर्व झाला शेला, पूर्ण होइ काम
ठायि ठायि शेल्यावरती, दिसे रामनाम
राजा घनःश्याम !
हळु हळु उघडी डोळे, पाहि तो कबीर
विणूनिया शेला गेला, सखा रघुवीर
कुठे म्हणे राम ?
गीत - ग. दि. माडगूळकर
संगीत - पु. ल. देशपांडे
स्वर - माणिक वर्मा
चित्रपट - देव पावला (१९५०)
राग - यमन (नादवेध)
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